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WORD PHYSIOTHERAPY DAY | विश्व फिजियोथेरेपी दिन
आजकल भागती दौड़ती जिंदगी में लोगों की लाइफ स्टाइल बहुत ही बदल गई है। कम उम्र वाला व्यक्ति हो या अधिक उम्र वाला व्यक्ति सभी अपने शारीरिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। पीठ, घुटने और कमर में होने वाले दर्द के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। मांसपेशियों तथा जोड़ों की समस्या कई लोगों को चपेट में लेते जा रही है। कई लोग लंबे समय से इन समस्याओं से निजात पाने के लिए इलाज कराते जा रहे हैं।
महंगी- महंगी दवाइयां भी खा रहे हैं। परंतु क्या आप जानते हैं कि बिना दवाई खाए फिजियोथेरेपी के माध्यम से इन बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। तो साथियों आज के इस लेख के माध्यम से आपको फिजियोथेरेपी क्या होती है? फिजियोथेरेपी डे कब मनाया जाता है, फिजियोथेरेपी के कौन-कौन से लाभ है जैसे इत्यादि मुद्दों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाला। जानकारी प्राप्त करने के लिए आप मेरे साथ इस आर्टिकल में अंत तक बने रहें।
फिजियोथैरेपी डे ( WORD PHYSIOTHERAPY DAY )कब और क्यों मनाया जाता है?
वर्ल्ड फिजियोथैरेपी डे हर वर्ष 8 सितंबर को मनाया जाता है। साल 1996 से वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे मनाना शुरू हुआ है। यह दिन विशेष रूप से लोगों में इस चिकित्सा पद्धति के प्रति जागरूकता और रुचि बढ़ाने के उद्देश्य मनाया जाता है। ऐसा मानना है कि लकवा, कमर दर्द ,गठिया, फ्रोजन शोल्डर जैसी समस्याओं को इस चिकित्सा के माध्यम से आसानी से ठीक किया जा सकता है।
वर्ल्ड फिजियोथैरेपी डे( WORD PHYSIOTHERAPY DAY ) 2022 थीम
वर्ल्ड फिजियोथेरेपी 2022 का थीम है –ओस्टियो आर्थरायटिस का रोकथाम और प्रबंधन । एक एक्सपर्ट डॉक्टर के अनुसार फिजियोथेरेपी के माध्यम से तमाम प्रकार के आर्थराइटिस की दिक्कतों को न सिर्फ ठीक किया जा सकता है बल्कि इस पद्धति के माध्यम से जीवन के गुणवत्ता में भी सुधार लाया जा सकता है।
अक्सर इस प्रकार की बीमारी में रोगियों में मांसपेशियों की कमजोरी ,लचीलेपन में कमी और तेज दर्द की समस्या देखी जाती है। फिजियोथेरेपी जैसी प्रक्रिया में अलग-अलग प्रकार के व्यायाम के माध्यम से इस प्रकार के लक्षणों को आसानी से ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा फिजियो थेरेपी के माध्यम से शारीरिक शक्ति को सुदृढ़ करने में भी सहायता मिलती है।

फिजियोथेरेपी से पा सकते हैं कई प्रकार के लाभ
-इस चिकित्सा पद्धति के माध्यम से दवाओं के उपयोग को कम किया जा सकता है।
-खेल से संबंधित चोट का प्रबंधन करने में यह पद्धति कारगर सिद्ध होती है।
-घुटनों तथा मांसपेशियों के दर्द निवारण में यह पद्धति बहुत ही उपयोगी सिद्ध होती है।
-इसके अलावा शारीरिक समन्वय और समग्र शक्ति में सुधार लाने के लिए यह पद्धति उपयोगी होती है।
-कुछ विशेष परिस्थितियों में सर्जरी से बचने के लिए फिजिओथेरपी पद्धति का इस्तेमाल किया जाता है।
-फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाने और कार्डियोवैस्कुलर कार्यप्रणाली में भी इसके अनेक लाभ देखे गए हैं।
-शारीरिक फिटनेस को बरकरार रखने में भी फिजिओथेरपी पद्धति उपयोगी सिद्ध होती है।
-लकवा तथा स्ट्रोक जैसी स्थिति से उबरने के लिए फिजियोथेरेपी पद्धति बहुत ही लाभकारी सिद्ध होती है।
-शारीरिक संतुलन तथा शारीरिक मुद्रा को बेहतर बनाने के लिए भी इस चिकित्सा विधि का उपयोग किया जा सकता है।
अंतिम शब्द( WORD PHYSIOTHERAPY DAY )
कई फिजियोथेरेपी डॉक्टर का ऐसा मानना है कि यदि आपको मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द जैसी समस्याएं हैं तो दवाइयों का इस्तेमाल करने के पहले सबसे पहले किसी physiotherapist डॉक्टर से मिलें। फिजियोथेरेपी पद्धति में कई प्रकार के व्यायाम के माध्यम से इस प्रकार की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। कभी-कभी सर्जरी के बाद भी डॉक्टर फिजियोथेरेपी की सलाह देते हैं। यदि समय रहते ही फिजियोथेरेपी की मदद ली जाए तो आर्थराइटिस जैसी कई प्रकार की समस्याओं से निदान आसानी से मिल सकता है।
वर्ल्ड फिजियोथैरेपी डे( WORD PHYSIOTHERAPY DAY ) कब मनाया जाता हैं |
वर्ल्ड फिजियोथैरेपी डे हर वर्ष 8 सितंबर को मनाया जाता है।
वर्ल्ड फिजियोथैरेपी डे( WORD PHYSIOTHERAPY DAY ) 2022 थीम क्या है ?
वर्ल्ड फिजियोथेरेपी 2022 का थीम है –ओस्टियो आर्थरायटिस का रोकथाम और प्रबंधन
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