शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण आंखों में पीले रंग का फैट जमा होने लगता है।
कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ने से पैर और एड़ियों में दर्द होना शुरू हो जाता है।
यदि व्यक्ति के अंदर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए तो उसे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
कोलेस्ट्रोल बढ़ने के कारण त्वचा और नाखूनों का भी रंग बदलने लगता है।
कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ने से हृदय को अच्छी तरह से रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती।
यदि व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए तो उसका वजन अचानक से बढ़ने लगता है।
कोलेस्ट्रोल के बढ़ने से व्यक्ति में हार्ट अटैक आने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।
कोलेस्ट्रोल के बढ़ने से व्यक्ति में blockage आने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।