मित्रो आज के लेख के अन्तर्गत हम जानने की कोशिश करेंगे कि हर वर्ष 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस क्यों मनाया जाता है।
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🔆 प्रस्तावना –
भारतीय सेना दिवस सीमा पर रक्षा करने वाले और देश का अभिमान बढ़ाने वाले सैनिकों के सम्मान में हर वर्ष 15 जनवरी को मनाया जाता है। आज भारत का 74 वां सेना दिवस मनाया जा रहा है ।15 जनवरी को नई दिल्ली और सभी सेना मुख्यालय पर सैन्य परेड, सेना प्रदर्शनी व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होता है ।इस मौके पर देश थल सेना की वीरता, उनके शौर्य और कुर्बानियों को याद करता है।
🔆 भारतीय सेना दिवस क्यों मनाया जाता है-
आइए जानते हैं कि क्या वजह है कि हर वर्ष 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है। दरअसल भारतीय सेना दिवस फील्ड मार्शल के . एम करिअप्पा के सम्मान में मनाया जाता है। 15 जनवरी 1949 को के . एम करिअप्पा आजाद भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख बने। जब वे भारतीय सेना के प्रमुख बने तब उसमें भारतीय सेना में लगभग 2 लाख सैनिक शामिल थे।
🔆 कौन थे लेफ्टिनेंट जनरल के .एम करिअप्पा-
के. एम करिअप्पा आजादी के बाद भारत के पहले भारतीय सैन्य अधिकारी थे। इन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच के युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी और उसका नेतृत्व भी किया था। बाद में फील्ड मार्शल भी बन गए थे। इसके अलावा भी दूसरे विश्वयुद्ध में बर्मा में जापानियों को शिकस्त देने के लिए उन्हें ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एंपायर का सम्मान भी मिला था।
🔆 भारतीय सेना का गठन कब हुआ था-
भारतीय सेना का गठन ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1776 में कोलकाता में किया था। उसमें भारतीय सेना ईस्ट इंडिया कंपनी की सैन्य टुकड़ी थी जिसे बाद में ब्रिटिश भारतीय सेना का नाम मिला था और अंत में भारतीय थल सेना के तौर पर देश के जवानों को पहचान मिली।
तो साथियों इस तरह आज के लेख के अंतर्गत हमने जाना कि भारतीय सेना दिवस 15 जनवरी को क्यों मनाया जाता है।
FAQ-
भारतीय सेना दिवस कब मनाया जाता है?
हर वर्ष 15 जनवरी को
भारतीय सेना का गठन कब हुआ था?
1776 में कोलकाता में