मित्रों आज के इस लेख में हम हार्टबर्न और हार्ट अटैक में क्या अंतर होता है इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने वाले है।
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⚫प्रस्तावना
साथियों वैसे तो देखा जाए तो विगत कुछ वर्षों में लोगों के खानपान की स्टाइल पूरी तरह से बदल चुकी है। बहुत सारे व्यक्तियों ने अपने आपको काम में इतना busy कर लिया है कि उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति कुछ ध्यान रखने का समय ही नहीं मिलता। काम में busy हो जाने के कारण धीरे-धीरे लोगों में तनाव का लेवल बढ़ता ही जा रहा है। इसीलिए विगत 2 से 3 वर्षों से हार्टअटैक से मरने वालों की संख्या में काफी बढ़ोतरी पाई जा रही है। कुछ मामले तो ऐसे भी मिले हैं कि लोगों को हार्टअटैक के लक्षण समझ में ही नहीं आते हैं, और व्यक्ति इसे सामान्य दर्द समझकर नजरअंदाज कर देता है। और यही लापरवाही कई लोगों को भारी पड़ रही है। तो मित्रों आइए आज हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि हार्ट अटैक और हार्टबर्न के लक्षणों में क्या अंतर होता है??
⚫हार्टबर्न(Heart burn) क्या होता है?
हार्ट बर्न का अर्थ होता है हृदय में जलन। विशेषज्ञों का मानना है कि हार्ट बर्न किसी प्रकार की बीमारी नहीं है बल्कि एक लक्षण। जब शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तब इस परिस्थिति में खाया गया भोजन वापस भोजन नलिका में आ जाता है। एसिड की मात्रा बढ़ जाने के कारण व्यक्ति की छाती में सतत दर्द का एहसास होता है। छाती में दर्द होने के कारण व्यक्ति भ्रम में हो जाता है कहीं उसे हार्ट अटैक की बीमारी तो नहीं है?
⚫हार्टबर्न(Heart burn) के लक्षण?Symtoms of heart burn
हार्टबर्न की परिस्थिति में भोजन नलिका में सतत जलन महसूस होती है। इसके अलावा खट्टी डकार ,जी मचलना, उल्टी ,छाती में तेज दर्द जैसे कुछ विशेष लक्षण पाए जाते हैं।
⚫हार्ट अटैक(Heart attack) क्या होता है?
हम सभी जानते हैं कि शरीर की धमनियां रक्त को हृदय तक पहुंचाने का कार्य करती है। जब धमनियों में किसी प्रकार की रुकावट (ब्लॉकेज के कारण) पैदा हो जाती है तब हृदय तक समुचित मात्रा में रक्त का प्रवाह नहीं पहुंच पाता है। और यही वजह हार्टअटैक का कारण बन जाता है। इस परिस्थिति में हृदय काम करना बंद कर देता है इसे ही कार्डियक अरेस्ट कहते हैं। और कभी-कभी व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।
⚫क्या है हार्ट अटैक (Heart attack)के लक्षण? Symtoms of heart Attack
हार्टबर्न की तुलना में हार्ट अटैक में कुछ विशेष लक्षण पाए जाते हैं।
✔️ शरीर में भारीपन का एहसास होना।
✔️ शरीर में पसीना आना।
✔️ छाती में जकड़न महसूस होना।
✔️ हृदय के बाई तरफ वाले हिस्से में सतत दर्द महसूस होना।
✔️ व्यक्ति को बेचैनी महसूस होना।
✔️ कभी-कभी व्यक्ति को गर्दन तथा पीठ के ऊपरी हिस्से में भी दर्द महसूस होना।
✔️ प्यास लगना।
⚫ध्यान देने योग्य:
विशेषज्ञ और डॉक्टरों का ऐसा कहना है कि जभी भी व्यक्ति को इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो उसे तुरंत हॉस्पिटल जाकर डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर तुरंत ECG निकालकर यह समझ जाता है कि व्यक्ति को हार्ट अटैक आने वाला है या आ के गया है।
⚫सारांश:
तो साथियों आज के इस लेख के द्वारा हमने यह जानकारी प्राप्त कर ली है कि हार्टबर्न और हार्टअटैक में क्या अंतर है? साथियों दोनों ही परिस्थिति में आप कंफ्यूज ना होए। ऐसी परिस्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
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